थलीसैंण में G-20 के तहत कृत्रिम बुद्धिमत्ता का भविष्य में महत्व शीर्षक पर भाषण प्रतियोगिता एवं विचार गोष्ठी आयोजित

थलीसैंण में G-20 के तहत कृत्रिम बुद्धिमत्ता का भविष्य में महत्व शीर्षक पर भाषण प्रतियोगिता एवं विचार गोष्ठी आयोजित
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थलीसैंण में G-20 के तहत भाषण प्रतियोगिता एवं विचार गोष्ठी

भौतिक विज्ञान विभागीय परिषद के तत्वावधान में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय थलीसैंण पौड़ी गढ़वाल में G-20 के तहत संचालित कार्यकर्म के अंतर्गत कृत्रिम बुद्धिमत्ता (artificial intelligence) का भविष्य में महत्व शीर्षक पर एक भाषण प्रतियोगिता एवम विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।

विक्रम सिंह रावत @पौड़ी 

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य वक्ता डॉ नवरतन सिंह ने अपने सरल शब्दावली से छात्र छात्राओं का मार्गदर्शन किया। साथ ही उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता का अर्थ बताया कि जब कोई मशीन या उपकरण स्वयं से विचार करना, सीखना, भाषा का प्रयोग, गतिविधि, अवधारणा, सोच समझ के साथ कार्य करना प्रमुख है। तथा वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ जे सी भट्ट ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों में समस्त छात्र छात्राओं के द्वारा प्रतिभाग करना आवश्यक है, जिससे की विद्यार्थियों के जीवन में व्यक्तित्व का विकाश हो सके।

निर्णायक की भूमिका में डॉ बिपेंद्र रावत, डॉ विक्रम रौतेला, समय नियंत्रक की भूमिका के रूप में श्री धर्मेंद्र सिंह रावत ने तथा श्री अनिल ध्यानी ने कार्यक्रम के संचालन में अपना सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम संचालन डॉ सुधीर सिंह रावत (भौतिक विज्ञान विभाग प्रभारी) द्वारा किया गया। प्रतियोगिता में आशीष ममगाई (बी एस सी तृतीय वर्ष), कुमारी चारू धस्माना (बी एस सी द्वितीय वर्ष), एवम कुमारी दीक्षा (बी एस सी द्वितीय वर्ष) ने क्रमश प्रथम, द्वितीय एवम तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक गण एवम शिक्षेनेत्तर कर्मचारी एवम छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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