कहीं अनीता की गुमशुदगी से तो नहीं जुड़े हैं राजमिस़्त्री जुम्मन की आत्महत्या के तार?

कहीं अनीता की गुमशुदगी से तो नहीं जुड़े हैं राजमिस़्त्री जुम्मन की आत्महत्या के तार?
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गुमशुदा अनीता देवी का एक सप्ताह बाद भी कहीं अता-पता नहीं

चम्बा विकास खण्ड के मखलोगी प्रखण्ड अंतर्गत ग्रामीण कस्बा नकोट में आये दिन अपराधिक प्रवृति की घटनाओं के बढ़ोतरी हो रही है। रक्षाबंधन के दिन जहां मुकेश दास की पत्नी अनीता देवी अपनी 8 वर्षीय बच्ची के साथ गायब हो गई थी। वहीं इसी घटना से जुड़ा होना बताये गए राजमिस्त्री जुम्मन ने आज यहां कस्बे में आत्महत्या कर ली। कहीं ऐसा तो नहीं कि राजमिस़़्त्री जुम्मन की आत्महत्या के तार अनीता देवी की गुमशुदगी से जुड़े हों? ऐसे कयास कस्बे में आम चर्चाओं में सुनाई दे रहे हैं। 13 अगस्त को रिपोर्ट दर्ज होने के बाबजूद भी गुमशुदा अनीता देवी का एक सप्ताह बाद भी अभी तक कहीं अता-पता नहीं चला है।

आपको बता दें कि रक्षाबंधन के दिन 11 अगस्त को करीबन 11 बजे अनीता देवी अपनी 8 वर्षीय पुत्री के साथ गायब हो गई थी। उसके पति मुकेशदास पुत्र सुन्दरदास ने उसे अपने नजदीकी रिश्तेदारों व परिचितों के ठिकानों पर तलाश किया, मगर उसका कहीं पता नहीं चला तो 13 अगस्त को मुकेश दास ने अपनी पत्नी व बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट राजस्व थाना नकोट समेत पुलिस थाना चम्बा में दर्ज करवायी। अपनी तहरीर में मुकेश दास ने आत्महत्या करने वाले राजमिस्त्री के साथ काम करने वाले पश्चिमी दिल्ली निवासी अकरम पुत्र साहजाद व असलम खान को नामजद किया था। क्योंकि मुकेश दास की पत्नी इसी राजमिस़्त्री तथा अकरम के साथ मजदूरी भी किया करती थी।

जांच के समय राजमिस्त्री जुम्मन भी नकोट कस्बे में पहुंच गया था। राजस्व पुलिस द्वारा उससे तथा अकरम के सम्पर्क में रहने वाले व्यक्तियों से पूछताछ भी की। इसके बाद यह राजमिस़़्त्री पुनः अकरम आदि की तलाश में नकोट से दिल्ली गया और अकमर के ठिकानों का पता न चल पाने पर पुनः नकोट लौट आया। 17अगस्त को यह राजमिस्त्री पुनः चम्बा थाने गया और वहां से वापस पुनः नकोट लौट आया।

18 अगस्त को करीबन अपरान्ह के समय राजमिस़्त्री जुम्मन ने निर्माणी भवन की तीसरी मंजिल में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। मृतक राजमिस्त्री की लाश का पंचनामा भरने के बाद राजस्व पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम हेतु ले जाया गया है।
राजमिस़्त्री जुम्मन का नकोट से दिल्ली जाना और फिर नकोट लौट आना तथा नकोट आकर आत्महत्या कर लेना, उसके साथियों के अनीता देवी की गुमशुदगी में संलिप्त होना आदि-आदि संदेहास्पद लगता है। आम चर्चाओं और एकाएक आत्महत्या को लेकर प्रतीत होता है कि कहीं राजमिस़्त्री की आत्महत्या के तार अनीता देवी की गुमशुदगी से तो नहीं जुड़े हैं। यह गम्भीर तहकीकात का मामला प्रतीत होता है।

 

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