संस्कृति विभाग उत्तराखंड एवं पुराना दरबार ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय कार्यशाला का शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने किया शुभारंभ

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संस्कृति विभाग उत्तराखंड एवं पुराना दरबार ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय कार्यशाला का शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने किया शुभारंभ
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गुरुवार को संस्कृति विभाग उत्तराखंड एवं पुराना दरबार ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में कन्या गुरुकुल परिसर देहरादून में सात दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत द्वारा किया गया। कार्यशाला का आयोजन सचिव प्रोफेसर रेनू शुक्ला द्वारा स्वागत संबोधन करते हुए कहा गया कि आज के दौर में ऐसी कार्यशाला का आयोजन सभी शैक्षिक संस्थाओं के द्वारा किया जाना अति आवश्यक है।

कार्यशाला में देहरादून के विभिन्न विद्यालयों तथा महाविद्यालयों के विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभा किया गया जिसमें डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून एमकेपी पीजी कॉलेज, गुरु राम राय पीजी कॉलेज, कन्या गुरुकुल परिसर की छात्राओं आदि द्वारा गढ़वाल कलम मिनिएचर पेंटिंग्स एवं परिधान पर आधारित प्रशिक्षण कार्य में अपनी प्रतिभागिता निभाई गई।

डॉक्टर रचना पांडे, सुश्री तनुश्री एवं श्री अंशु मोहन के द्वारा कलम मिनिएचर की बारीकी को छात्राओं एवं छात्रों को विस्तार से बताया गया। कार्यशाला की विशिष्ट अतिथि श्रीमती सविता कपूर विधायक कैंट एरिया एवं प्रदेश अध्यक्ष संस्कार भारती द्वारा संबोधन में कहा की उत्तराखंड की लोक कलाओं का संरक्षण एवं संवर्धन सभी के लिए अति आवश्यक है, क्योंकि इसी के माध्यम से हम अपनी युवा पीढ़ी तक अपनी कलाओं को मूल रूप में हस्तांतरित कर पाएंगे।

कार्यशाला के मुख्य अतिथि डॉ धन सिंह रावत द्वारा अपने अतिथेय संबोधन में कहा गया कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित शिक्षा को लागू किया जा रहा है जो की युवा पीढ़ी के लिए उनके सर्वागीण विकास के लिए अति आवश्यक है, आज जरूरत है कि विद्यार्थियों को लाइफ स्किल से अवगत करा उनको सामाजिक सांस्कृतिक एवं संवेदनशील शिक्षा प्रदान करने का प्रयास किया जाए। कार्यशाला के समन्वयक भवानी प्रताप के द्वारा समन्वयक पुराना दरबार ट्रस्ट द्वारा कार्यशाला का उद्देश्य बताते हुए कहा गया कि आज क्षेत्रीय संस्कृति कला व इतिहास को सही रूप में सामने लाने का प्रयास किया जाना चाहिए।

पुराना दरबार ट्रस्ट द्वारा समय-समय पर लोक कलाओं, अभिलेखों व इतिहास से संबंधित जानकारियों को अलग-अलग मंचों व कार्यशालाओं द्वारा साझा करने का प्रयास निरंतर किया जा रहा है। कार्यशाला में डॉक्टर हेमलता, डॉ नीना गुप्ता, डॉक्टर निशा, डॉ बबीता, डॉ सुकेश, डॉ रेखा, डॉ राजपूत, डॉ सुनीति, डॉ प्राची, डॉ बलबीर कौर, डॉ ममता सिंह , डॉ मेहरबान गुसाईं, डॉ संयोगिता , दीपिका , श्री रविंद्र पडियार, सचिव स्वच्छ परिवेश फाउंडेशन, श्री देवेश, डॉ हेमंन पाठक, एवं डॉक्टर बबीता शर्मा विभिन्न विभागों की एवं कन्या गुरुकुल के विभिन्न विभागों की छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यशाला का संचालन अर्चना डिमरी द्वारा किया गया।

यह कार्यशाला दिनांक 12 मई 2022 से 15 मई 2022 तक कन्या गुरुकुल परिसर देहरादून में गढ़वाल मिनिएचर एवं परिधान पर आधारित प्रशिक्षण प्रदान करेगी एवं दिनांक 16 2022 से 17 मई 2022 को धातु, पस्तर , काष्ठ कास्टिंग पर आधारित कार्यशाला प्रेक्षा ग्रह संस्कृति विभाग उत्तराखंड, आकाशवाणी हरिद्वार बायपास, देहरादून में आयोजित की जाएगी। इसी के साथ 18 मई 2022 को विश्व संग्रहालय दिवस के अवसर पर कार्यशाला का समापन एवं प्राचीन कला से संबंधित विभिन्न विधाओं की कलाकृतियों का प्रदर्शनी भी प्रेक्षा ग्रह संस्कृति विभाग उत्तराखंड में आयोजित की जाएगी। जिसका शुभारम्भ संस्कृति मंत्री माननीय श्री सतपाल महाराज द्वारा किया जायेगा।

इस अवसर पर क्षेत्रीय कला, संस्कृति एवं इतिहास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यतियों को सम्मानित भी किया जायेगा।