महिला शक्ति एवं महिला सशक्तिकरण

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    भ्रष्टाचार मुक्त समाज
    Shri Gopal Bahuguna
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    आज हमारे देश में महिला शक्ति पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होते हैं इन कार्यक्रमों में हमारे देश की सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाएं

    [su_highlight background=”#091688″ color=”#ffffff”]सरहद का साक्षी @गोपाल बहुगुणा, रानीचौरी[/su_highlight]

    बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं, मेरे देश में आजादी के बाद से ही महिलाओं के उत्थान की बातें होती रही है, लेकिन कोई भी बातें, योजना, महिलाओं के उत्थान में कारगर साबित नहीं हो सकी,भले ही सरकारी स्तर पर महिला सशक्तिकरण योजनाएं सफल हों, लेकिन धरातलीय स्तर महिलाओं की स्थिति कुछ और है।और इसका जीता-जागता प्रमाण, आजादी के बाद भी हमारी मातृशक्ति सरकारी योजनाओं में सिर पर पत्थर, मिट्टी को ढो रही है,क्या यही महिला सशक्तीकरण है? यदि सही मायने में देखा जाय तो महिलाओं की विकास की बात कहने वाली सरकारी योजनाएं,स्वयमसेवी संस्थाएं, महिलाओं का सशक्तिकरण तो नहीं कर सकी, लेकिन यह सरकारी, गैरसरकारी, संस्थाएं, महिलाओं के विकास के नाम पर अपना इतना ससक्तीकरण कर गए हैं,कि इनको अपनी कई पीढ़ियों तक अपनी आजीविका के लिए कुछ करने की जरूरत नहीं है (सिवाय राजनीति करने या कुछ नाटक)।

    सही मायने में महिला सशक्तिकरण तब ही सफल हो सकेगा जब महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगी, वरना हमेशा की तरह यह चालाक लोगों को सफल बनाने में सहयोग करती रहेंगी,और महिलाओं की अपनी स्थिति 20,साल पहले भी मनरेगा, 20 साल बाद भी मनरेगा।आज मैं मातृशक्ति से कहना चाहूंगा की यदि आपको ससक्त होना है, तो आज आपको अपने अंदर के देवता को जागृत करना होगा,और अपने संसाधनों से ही अपने को मजबूत बनाने केलिए प्रयास करने होंगे।