महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में साप्ताहिक NSS विशेष शिविर शुरू

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महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में साप्ताहिक NSS विशेष शिविर शुरू
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राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर (दिन-रात) का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री वैभव कुमार (आई.एफ.एस.), प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग एवं प्राचार्य प्रो० पुष्पा नेगी जी द्वारा दीप प्रज्वलन के माध्यम से हुआ, जिसमें स्वयंसेवकों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दी गई।

[su_highlight background=”#870e23″ color=”#f6f6f5″]सरहद का साक्षी, अगस्त्यमुनि (रुद्रप्रयाग)[/su_highlight]

प्राचार्य प्रो० पुष्पा नेगी ने स्वयंसेवकों को आशीर्वचन के साथ शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय कैंप के महत्व के बारे में बताया। मुख्य अतिथि ने स्वयंसेवकों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के सूत्र समझाते हुए विभिन्न विषयों से संबंधित जानकारी दी।

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उन्होंने एकाग्रता एवं नैतिक मूल्य को समाज एवं राष्ट्र निर्माण का मूल आधार बतलाया। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से स्वयंसेवी समाज सेवा के क्षेत्र में प्रगति की ओर अग्रसर हो सकते हैं। इसके पश्चात वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ० निधि छाबड़ा द्वारा आगामी सात दिवसीय शिविर की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।

कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ० अंजना फर्स्वाण द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी डॉ० जितेंद्र सिंह के द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ० दलीप सिंह बिष्ट, डॉ० सीताराम नैथानी, डॉ० ममता शर्मा, डॉ० हरिओम शरण बहुगुणा, डॉ० नवीन चंद्र खंडूरी, डॉ० के० पी० चमोली, डॉ० आबिदा, डॉ० ममता भट्ट, डॉ० राजेश कुमार, डॉ० दीप्ति राणा, डॉ० मनीषा सिंह, डॉ० ममता थपलियाल इत्यादि अन्य प्राध्यापकों सहित श्रीमती विनीता रौतेला, श्री पंकज जगवान, श्री रविंद्र सिंह इत्यादि कर्मचारी एवं स्वयंसेवी उपस्थित थे।

राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर के प्रथम दिवस के द्वितीय सत्र में बौद्धिक सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें डॉ० के० पी० चमोली एवं डॉ० विष्णु कुमार शर्मा द्वारा जल संरक्षण विषय पर अपने विचार व्यक्त किए गए। इसके पश्चात आज बलिदान दिवस के अवसर पर स्वयंसेवियों द्वारा अमर शहीदों को स्मरण करते हुए देशभक्ति गीतों के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इसके पश्चात राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत के माध्यम से आज के बौद्धिक सत्र का समापन हुआ।