वोट पर कविता: वोट दयाण जौला

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डॉ0 दलीप सिंह बिष्ट
Dr. Daleep Singh Bisht
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[su_highlight background=”#091688″ color=”#ffffff”]सरहद का साक्षी @*डॉ0 दलीप सिंह बिष्ट[/su_highlight]

वोट दयाण जौला
चला दीदा भूलौ वोट दयांण जौला।
अपणु नेता अपनी सरकार बणौला।।
नेता इंनु बनौण ध्यान रखौ सबुकु।
विकास करौ पलायन रुको यखौकु।।
सब्बि चला वोट दयाण, सब्बि करा मतदान।
शुभ काम छि यू अर काम छी महान।।
चला दीदा भूलौ वोट दयांण जौला।
अपणु नेता अपनी सरकार बणोला।।
बडा-बडी, दादा-दादी सब्बि वोट दयाण जौला।
क्वी नी छूटो क्वी नी रुको सब्बी वोट दयोला।।
राज्या का विकास का खातिर सब्बि वोट देवा।
अच्छू नेता चुना अच्छी सरकार बाणोंवा।।
ईमानदार नेता होलु विकास करलू।
अच्छी योजना बणालू अच्छू नाम करलू।।
चला दीदा भुलौ वोट दयाण जौला।
अपणु नेता अपनी सरकार बाणौला।।
लोभ लालच नी कन्न वोट जरूर देण।
ज्यादा वोट दीक अच्छू नेता बनौण।।
भाई भतीजाबाद करीक वोट नी देण।
काम करौ जनताकु इंनु नेता बनौण।।
चला दीदा भुलौ वोट दयाण जौला।
अपणु नेता अपनी सरकार बाणोंला।।
चला भै बन्दु वोट देणाक।
सरकार बनोण विकास लणोक।।
अपनी होली सरकार विकास लाली।
बेरोजगरु कै रोजगार दयाली।।
चला दीदा भुलौ वोट दयाण जौला।
अपणु नेता अपनी सरकार बाणौला।।
काम धाम निपटैक वोट दयाण जाण।
क्वी छुट्टी नी जौ यांकु ध्यान दिलाण।।
अपणा अधिकार की ताकत दिखौण।
ईमानदार लोगुकी सरकार बनौण। ।
सब्बि भै बंद वोट दयाण जावा।
विकास का खातिर वोट देकी आवा।।
चला दीदा भुलौ वोट दयाण जौला।
अपणु नेता अपनी सरकार बणौला।।

*असिस्टेंट प्रोफेसर, 
राजनीति विज्ञान, 
राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि रुद्रप्रयाग