सूबे में शहरी स्वास्थ्य सेवाओं को किया जायेगा मजबूतः डॉ. धनसिंह रावत

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*उत्तराखंड सरकार ने पॉपुलेशन सर्विस इंटरनेशनल के साथ किया अनुबंध*

*एनएचएम द्वारा संचालित शहरी स्वास्थ्य योजना में तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा पीएसआई*

[su_highlight background=”#880930″ color=”#ffffff”]सरहद का साक्षी, देहरादून:[/su_highlight] शहरी स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार के लिए राज्य सरकार एवं पॉपुलेशन सर्विस इंटरनेशनल (पीएसआई) के मध्य अनुबंध किया गया है। इस महत्वपूर्ण समझौते के अनुसार पीएसआई राज्य में एनएचएम द्वारा संचालित शहरी स्वास्थ्य योजना के लिए तकनीकी सहयोग देगा। इसके साथ ही कंपनी हेल्थ फाईनेन्सिंग हेतु लोक निजी सहभागिता के अवसर, प्राथमिक स्वास्थ्य हेतु लॉजिस्टिक एवं सप्लाई चैन मैनेजमेंट सेवाओं को उपलब्ध कराने का काम करेगा।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की उपस्थिति में आज सचिवालय स्थित डीएमएमसी सभागार में शहरी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार एवं पॉपुलेशन सर्विस इंटरनेशनल के मध्य अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गये। विभागीय मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि राज्य के अंतर्गत शहरी स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार के लिए सरकार ने पॉपुलेशन सर्विस इंटरनेशनल के साथ नई पहल की है। इस अभिनव पहल के तहत पीएसआई के तकनीकी सहयोग एवं परामर्श से राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं विशेषकर शहरी स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक कारगर बनाया जायेगा ताकि शहरी आबादी को बेहत्तर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य की लगभग 41 फीसदी आबादी शहरी क्षेत्रों में निवासरत है जिनको बेहत्तर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए सरकार दृढ़ संकल्पित है।
राज्य सरकार के साथ अनुबंध हस्ताक्षरित किये जाने पर पॉपुलेशन सर्विस इंटरनेशनल के प्रमुख सलाहकार डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि राज्य सरकार के साथ शहरी स्वास्थ्य योजना के तहत यह महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि पीएसआई यूएसऐड सहायतित परियोजना ‘समग्र’ के माध्यम से शहरी स्वास्थ्य देखभाल में आ रहे अंतर का आंकलन कर इसमें सुधार के लिए राज्य सरकार के साथ काम करेगी। इस मॉडल के तहत शहरी गरीब आबादी विशेष तौर पर महिलाएं, बच्चे और अन्य कमजोर वर्गों को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल एवं उपचार आसानी से उपलब्ध किया जायेगा।
स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने कहा कि इस अनुबंध के तहत पॉपुलेशन सर्विस इंटरनेशनल राज्य में एनएचएम के अंतर्गत संचालित शहरी स्वास्थ्य योजना के लिए तकनीकी सहयोग देगा। जिसके अंतर्गत राज्य के हेल्थ सिस्टम का सुदृढ़ीकरण, स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार, हेल्थ मैनेजमेंट इन्फोरमेशन सिस्टम एवं मूल्यांकन प्रणाली को मजबूत करना, राष्ट्रीय कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के अंतर का आंकलन करना, अभिनव कार्यों का प्रथम चरण पर क्रियान्वयन करना, हेल्थ सिस्टम में हो रहे उत्कृष्ट कार्यों का डॉक्यूमेंटेशन, रिसर्च और प्रशिक्षण सहित स्वास्थ्य क्षेत्र की निजी एवं सरकारी संस्थाओं के मध्य प्रभावी समन्वय स्थापित किया जायेगा।
इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, मिशन निदेशक एनएचएम सोनिका, पॉपुलेशन सर्विस इंटरनेशनल के प्रमुख सलाहकार डॉ. राकेश कुमार, अमित अरूण शाह, साईनाथ, सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं कंपनी के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

*मेडिकल कॉलेजों में साफ-सफाई का रखा जाय विशेष ध्यानः डॉ. धनसिंह रावत*

*प्राचार्यों को दिये सभी कार्मिकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य करने के निर्देश*
*चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री ने ली चिकित्सा शिक्षा की समीक्षा बैठक*

देहरादून: सूबे के सभी मेडिकल कॉलेजों में कार्मिकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य की जायेगी तथा कॉलेज परिसर तथा संबंधित अस्पतालों एवं छात्रावासों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा। साथ ही मेडिकल कॉलेजों के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया में तेजी लाई जायेगी।

मेडिकल कॉलेजों में साफ-सफाई का रखा जाय विशेष ध्यानः डॉ. धनसिंह रावत*

यह बात सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज सचिवालय स्थित डीएमएमसी सभागार में चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक के उपरांत कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये हैं। इसके अलावा मेडिकल कॉलेजों के परिसर, संबंधित अस्पताल एवं छात्रावास आदि में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। जिन मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर एवं असिस्टेंट प्रोफेसर तथा पैरामेडिकल स्टॉफ के पद रिक्त पड़े हुए हैं उन्हें भरने की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश चिकित्सा शिक्षा निदेशलय के अधिकारियों को दिये गये है। राजकीय मेडिकल कॉलेज पिथौरागढ़, रूद्रपुर, हरिद्वार के मेडिकल कॉलजों का शिलान्यास एवं भूमिपूजन की तिथि निर्धारित करने हेतु संबंधित प्राचार्यों को निर्देश दे दिये गये हैं। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा का शीघ्र मेडिकल कॉउंसिल के निरीक्षण की तैयारी पूरी रखने के निर्देश दिये गये। समीक्षा बैठक में सचिव वित्त एवं चिकित्सा स्वास्थ्य अमित नेगी ने चिकित्सा शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों एवं मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों को अपने दायित्वों का ठीक से निर्वहन करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा अपने दायित्वों के निर्वहन हेतु सभी को अधिकृत किया गया है इसके बावजूद कतिपय प्राचार्य छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर शासन के पास आ जाते हैं जो कि उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज परिसर के अंतर्गत समस्त गतिविधियों का संचालन प्राचार्य की जिम्मेदारी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कॉलेज स्तर की समस्याएं कॉलेज में तथा निदेशालय स्तर की समस्याओं का निस्तारण निदेशालय में ही किया जाय। केवल शासन स्तर के मामलों को ही शासन स्तर रखा जाना चाहिए।
बैठक में सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, कुलपति मेडिकल विश्वविद्यालय प्रो. हेमचंद, दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना, रूद्रपुर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. के.सी.पंत, हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरूण जोशी, हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पी.के. गुप्ता, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत, संयुक्त निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. संजय गौड, उप निदेशक डॉ. एम.के. पंत सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।