*त्वमेव माता च पिता त्वमेव, त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव।
*त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव, त्वमेव सर्वं मम देवदेव।।
उत्तराखंड के विश्वप्रसिद्ध चारों धामों के श्रीकपाट निम्न तिथियों में आमजन के दर्शनों के लिये बड़े उत्साह एवं धुमधाम से खुल रहे है। धामों में विराजित देव आप सभी का मंगल व कल्याण करें।
उत्तराखंड के श्रीधामों में विराजित देवों के दर्शन करने के लिये हम आप सभी का श्रीधामों में स्वागत व अभिनन्दन करते हैं।
प्रथम धाम- श्रीयमुनोत्री
मुरारिकायकालिमाललामवारिधारिणी
तृणीकृतत्रिविष्टपा त्रिलोकशोकहारिणी
मनोनुकूलकूलकुन्जपुन्जधूतदुर्मदा
धुनोतु मे मनोमलं कलिन्दनन्दिनी सदा
(दि०3-05-2022 को भगवती श्रीयमुना महारानी जी के श्रीकपाट दोपहर 12-15 बजे खुल रहे हैं)।
द्वितीय धाम- श्रीगंगोत्री
देवी सुरेश्वरि भगवती गंङ्गे
त्रिभुवनतारिणि तरलतरङ्गे
शंकरमौलिविहारिणि विमले
मम मतिरास्तां तव पदकमले
(दि०3-05-2022 को भगवती भागीरथी श्रीगंगा जी के श्रीकपाट प्रात: 11-15 बजे खुल रहे है)।
तृतीय धाम- श्रीकेदारनाथ
महाद्रिपाश्वे च तटे रमन्तं
सम्पूज्यमानं सततं मुनीन्द्रै:
सुरासुरैर्यक्ष महौरगाद्यै:
केदारमीशं शिवमेकमीडे
(दि०6-05-2022 को श्रीकेदार बाबा के श्रीकपाट प्रात: 6-15 बजे खुल रहे हैं)।
चतुर्थ धाम- श्रीबदरीनाथ
बहूनि सन्ति तीर्थानि दिविभूमौ रसासु च
बदरी सदृशं तीर्थ न भूतो न भविष्यति
*(दि०8-05-2022 को भगवान श्रीबदरीविशाल जी के श्री कपाट प्रात: 6-25 बजे खुल रहे हैँ)।
सभी देवों की असीम कृपा एवं शुभआर्शीवाद से यात्रा मंगलमय हो।
उत्तराखंड के समस्त धामों में विराजित देव आप सबके मन मनोरथ पूर्ण करें, आप सभी सदैव सुखी, स्वस्थ, समृद्ध, निरोगी एवं दीर्घायु हों।
@ईo/पंoसुन्दर लाल उनियाल (मैथिल ब्राह्मण)
नैतिक शिक्षा व आध्यात्मिक प्रेरक