भाई बहन के प्यार का प्रतीक है भाई दूज का पर्व

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भाई बहन के प्यार का प्रतीक है भाई दूज का पर्व
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गंगा पूजे यमुना को, यमी पूजे यमराज को
सुभद्रा पूजे कृष्ण को,गंगा यमुना नीर बहे
मेरे भाई आप बढ़ें और खुब फूले-फलें।।

मित्रस्य मा चक्षुषा सर्वाणि भूतानि समीक्षन्ताम
मित्रस्याहं चक्षुषा सर्वाणि भूतानि समीक्षे मित्रस्य चक्षुषा समीक्षामहे।

[su_highlight background=”#091688″ color=”#ffffff”]सरहद का साक्षी @* ई०/पं०सुन्दर लाल उनियाल[/su_highlight]

हिन्दू पंचाग के अनुसार प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है। यह पर्व भाई बहन के प्यार का प्रतीक है। भाई दूज को यम द्वितीया भी कहा जाता है। इस दिन मृत्यु के देवता यमराज की भी पूजा की जाती हैं।

आज के दिन सभी बहने अपने भाई के माथे पर तिलक करके उनकी लम्बी आयु और भाई के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुये भाई की आरती उतारती हैं।

हे भगवान सभी जीव सभी को आपस में मित्र की निगाह से देखें और हम सभी भी सभी को मित्र की निगाह से ही देखें अर्थात सभी आपस में मित्रवत प्रेम का व्यवहार रक्खें।

मानव सम्मान में सभी अधिकारों का सार निहित है। प्रत्येक स्थिति परिस्थिति मे हमें एक दुसरे का सम्मान करना ही चाहिये। एक प्रेम ही है जो सबको आपस में बाँधे रखता है।

प्रेम एवं सम्बन्धों के प्रतीक आज के इस त्यौहार पर सभी भाई-बहिनों को भाई दूज की बहुत बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाओं के साथ-साथ मेरे देश की सभी मातृशक्ति और आदरणीय बहिनों का प्यार व आर्शीवाद सभी भाईयों को पूर्व की भाँति ही प्राप्त होता रहे।

आज ही उत्तराखंड देव भूमि मे देवाधिदेव महादेव भगवान श्रीकेदारनाथ जी, हिमालय एवं भगवती श्रीयमुना महारानी, श्रीयमुनोत्री धाम, हिमालय के कपाट भी बन्द हो रहे है हम दोनों धामों में विराजित देवों के श्री चरणों में साष्टांग नमन एवं वन्दन करते हुये प्रार्थना करते है कि:-

समस्त विश्व का कल्याण हो, हमारा प्रदेश एव देश निरन्तर प्रगति की और अग्रसर हो। यहाँ रहने वाले सभी जीव सुखी, स्वस्थ, समृद्ध एवं निरोगी हो।

सम्पूर्ण विश्व में शान्ति और भाईचारे के साथ साथ सभी के मध्य आपस में परस्पर-प्रेम स्थापित हो। सबका मंगल ही मंगल व कल्याण हो।

*नैतिक शिक्षा व आध्यात्मिक प्रेरक, दिल्ली/इन्दिरापुरम,गा०बाद/देहरादून