भ्रष्टाचार की शिकायत कहीं से नहीं आनी चाहिए: जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार
टिहरी जिले के नव नियुक्त जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार द्वारा आज अपने कार्यालय कक्ष में ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संचालित मनरेगा, विधायक निधि, सोशल ऑडिक रिपेार्ट, मिशन अमृत सरोवर योजना, सामुदायिक विकास निधि, मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना, सांसद निधि, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), दीन दयाल अन्त्योदय योजना-एनआरएलएम आदि योजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की जानकारी लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि विधायक निधि के अन्तर्गत 2016-17 तक के कार्य शीघ्र पूर्ण हो जाने चाहिए, अधिक लम्बित काम जो नहीं हो रहे हैं, उनमें अग्रेत्तर कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। मिशन अमृत सरोवर योजना के तहत जनपद के समस्त बीडीओ को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक ब्लॉक में एक-एक सरोवर मॉडल के रूप में हो, उसमें जो भी प्लान करें, उसकी एक प्रति संबंधित अधिकारी को उपलब्ध करा दें।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की शिकायत कहीं से नहीं आनी चाहिए। जिलाधिकारी ने सभी बीडीओ से कहा कि नगर क्षेत्र या अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्र में कुछ अच्छे छोटे-छोटे प्रोजेक्ट प्लान कर प्रस्ताव उपलब्ध करायें, फण्ड की कोई दिक्कत नहीं होगी। छोटे-छोटे प्रोजेक्ट के माध्यम से स्वरोजगार के अवसर पैदा कर सबको आत्मनिर्भर बनाना होगा।
उन्होंने कहा कि जिस भी योजना पर काम कर रहे हैं, वह कलस्टर बेस पर हो। कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आजीविका से जोड़ दें, उनके द्वारा तैयार किये जा रहे उत्पादों को अच्छा मार्केट मिले, इसके लिए उत्पादों की पैंकेजिंग पर ध्यान देना होगा। जिलाधिकारी ने कहा कि ब्लॉक के सभी ऑफिस अच्छी कंडीशन में हो, कोई भी दिक्कत हो, अपने से ऊपर के अधिकारी को अवगत करायें। उन्होंने कहा कि एनआरएलएम के अन्तर्गत ऐसे समूह जिनकी आय 01 लाख से अधिक हो रही है, उनको टैग किया जाना है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, पीडी डीआरडीए प्रकाश रावत, डीडीओ सुनील कुमार, बीडीओ प्रतापनगर शाकिर हुसैन, कीर्तिनगर सुमनलता, भिलंगना सतीश, नरेन्द्रनगर श्रुति, धौलधार डीपी थपलियाल, देवप्रयाग आशादेवी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।