प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के ग्रामीणों के लिए लॉन्च की स्वामित्व योजना

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Prime Minister Narendra Modi launched ownership plan for the villagers of the country

स्वामित्व योजना ‘मेरी सम्पत्ति मेरा हक’ के पायलट फेज के तहत छः राज्यों के 763 गावों के 1 लाख लोगों को प्रोपर्टी कार्ड के वितरण का डिजिटल शुभारम्भ किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के ग्रामीणों के लिए स्वामित्व योजना लॉन्च कर दी। उन्होंने इस योजना को ग्रामीण भारत के लिये बड़ा बदलाव लाने वाला बताया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि संपत्ति कार्ड मिलने पर आज लाभार्थी सबसे ज्यादा खुश होंगे। आज की शाम उनके लिए खुशियों की शाम है, नए सपने बुनने का समय है। ये अधिकार कानूनी दस्तावेज हैं।

[su_highlight background=”#091688″ color=”#ffffff”]सरहद का साक्षी, नई दिल्ली [/su_highlight]

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह स्वामित्व कार्ड मिलने से दलित, पिछड़े और गरीब भाइयों बहुत मदद मिलेगी। गौरतलब है कि पंचायतीराज मंत्रालय के तहत शुरू हुई इस योजना से 6 राज्यों के 763 पंचायतों के एक लाख लोग लाभान्वित हो रहे हैं। इनमें उत्तर प्रदेश के 346, हरियाणा के 221, महाराष्ट्र के 100 मध्य प्रदेश के 44, उत्तराखंड के 50 और कर्नाटक के दो पंचायत शामिल हैं।

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योजना की शुरुआत के बाद वैसे लोगों से बात की जिन्हें केंद्र सरकार ने स्वामित्व कार्ड मुहैया कराया है। इस दौरान पीएम ने कहा कि अब आपकी संपत्ति कोई गलत नजर नहीं डाल सकेगा।

गौर रहे कि, प्रधानमंत्री की इस योजना की शुरुआत करने के बाद करीब एक लाख लोगों को प्रॉपर्टी कार्ड वितरित किए जाएंगे। यह कार्ड मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए भेजे गए लिंक से डाउनलोड किया जा सकेगा। इस दौरान इस कार्ड को पाने वाले लाभुकों ने कहा कि संपत्ति कार्ड मिलने से उन्हें सामाजिक और आर्थिक मजबूती मिली है। प्रधानमंत्री के साथ बातचीत में कार्डधारकों ने कहा कि इस कार्ड के जरिए उन्हें बैंक से आसानी से लोन मिलने लगे हैं, साथ ही गांवों में उनका संपत्ति का झगड़ा भी खत्म हो गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 1 लाख लोगों को कार्ड मिलने से वे ताकतवर महसूस कर रहे हैं। इस योजना से गांव में रहने वाले लोगों की जिंदगी में ऐतिहासिक बदलाव होगा। आज आपके पास एक अधिकार है, एक कानूनी दस्तावेज है कि आपका घर आपका ही है, आपका ही रहेगा। ये योजना हमारे देश के गांवों में ऐतिहासिक परिवर्तन लाने वाली है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान में आज देश ने एक और बड़ा कदम उठा दिया है। स्वामित्व योजना, गांव में रहने वाले हमारे भाई-बहनों को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत मदद करने वाली है। उन्होंने कहा कि ये योजना गांवों में स्वामित्व से जुड़ी कई लड़ाइयां खत्म करेगी।

कहा, गांव और गरीब की आवाज को बुलंद करना जेपी और नानाजी के जीवन का साझा संकल्प रहा।

मुझे बहुत खुशी है कि आज इतना विराट काम, उस दिन हो रहा है, जब भारत के दो-दो महान सपूतों की जन्म जयंति है। एक भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण और दूसरे भारत रत्न नानाजी देशमुख। इन दोनों महापुरुषों का सिर्फ जन्मदिन ही एक तारीख को नहीं पड़ता, बल्कि इनके संघर्ष और आदर्श भी एक समान रहे हैं।

आत्मनिर्भर भारत अभियान में आज देश ने एक और बड़ा कदम उठा दिया है। स्वामित्व योजना, गांव में रहने वाले हमारे भाई-बहनों को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत मदद करने वाली है।

पूरे विश्व के बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स इस बात पर जोर देते रहे हैं कि जमीन और घर के मालिकाना हक की, देश के विकास में बड़ी भूमिका होती है।

गांव और गरीब की आवाज को बुलंद करना जेपी और नानाजी के जीवन का साझा संकल्प रहा है। नानाजी कहते थे कि जब गांव के लोग विवादों में फंसे रहेंगे तो न अपना विकास कर पाएंगे और न ही समाज का। मुझे विश्वास है, स्वामित्व योजना भी हमारे गांवों में अनेकों विवादों को समाप्त करने का बहुत बड़ा माध्यम बनेगी।

आज आपके पास एक अधिकार है, एक कानूनी दस्तावेज है कि आपका घर आपका ही है, आपका ही रहेगा। ये योजना हमारे देश के गांवों में ऐतिहासिक परिवर्तन लाने वाली है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जिन एक लाख लोगों को स्वामित्व पत्र मिला है, ऐसे इन एक लाख परिवारों को मैं आज बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

उत्तराखंड विधान सभा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री का प्रदेश वासियों की ओर से किया आभार व्यक्त

देहरादून। ग्रामीण भारत में बदलाव के लिए बड़े सुधार की कोशिशों के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भू-संपत्ति मालिकों को ‘स्वामित्व’ योजना के तहत संपत्ति कार्ड वितरित करने की योजना का शुभारंभ किए जाने पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रधानमंत्री को प्रदेश वासियों की ओर से बधाई देते हुए आभार व्यक्त किया है।

विधान सभा अध्यक्ष ने भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण एवं भारत रत्न नानाजी देशमुख की जयंती के अवसर पर उत्तराखंड के पौड़ी जनपद के सुरेश चंद सहित 50 गांव के लाभार्थियों को संपत्ति कार्ड प्राप्त होने पर सभी लोगों को अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में बदलाव के लिए  एक ऐतिहासिक कदम उठाया है जिससे ग्रामीणों के लिए आर्थिक गतिविधियों मे अपनी संपत्ति का इस्तेमाल करने का मार्ग प्रशस्त होगा। अग्रवाल ने कहा कि यह योजना करोड़ों भारतीयों के जीवन में मील का पत्थर साबित होगी। साथ ही देश के ग्रामीणों को सशक्त बनाने एवं आत्मविश्वास प्रदान करने की ओर एक अनूठा कदम है। आत्मनिर्भर भारत अभियान की ओर प्रधानमंत्री जी ने आज एक कदम और बढाया है।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि स्वामित्व योजना पायलट प्रोजेक्ट के तहत ‘मेरी संपत्ति मेरा गांव” से गांव को मजबूती मिलेगी। जिससे ग्रामीणों को आसानी से बैंक के माध्यम से विभिन्न ऋणों का भी लाभ मिल सकेगाl उन्होंने कहा है दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित, गरीब ग्रामीणों को इसका लाभ मिलेगा और आत्मनिर्भर भारत की ओर यह देश आगे बढ़ेगाl

आधुनिक तकनीकी एवं पारदर्शी तरीके  से आम आदमी को इसका लाभ मिलेगाl  पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रॉपर्टी कार्ड वितरण करने से न्यायालय में भूमि से संबंधित विवादों में भी कमी आएगी l अवगत है कि आज इस योजना के लाभार्थी छह राज्यों के 763 गांवों के लोग हैं। इनमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के 346, हरियाणा के 221, महाराष्ट्र के 100, मध्य प्रदेश के 44, उत्तराखंड के 50 और कर्नाटक के दो गांव शामिल हैं।

मुख्य़मंत्री ने प्रधानमंत्री का जताय़ा आभार

देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को स्वामित्व योजना ‘मेरी सम्पत्ति मेरा हक’ के पायलट फेज के तहत छः राज्यों के 763 गांवो के 1 लाख लोगों को प्रोपर्टी कार्ड के वितरण का डिजिटल शुभारम्भ किया। महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तराखण्ड, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड के 1 लाख ग्रामीणों को प्रोपर्टी कार्ड वितरित किये गये। इनमें उत्तराखण्ड के 50 गांवों के 6800 लोग शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यक्रम में कुछ लाभार्थियों से बात भी की। उत्तराखण्ड के पौङी गढ़वाल के विकासखण्ड खिर्सू के ग्राम गोदा के सुरेश चंद्र ने प्रधानमंत्री का धन्यवाद देते हुए कहा कि पूरी प्रक्रिया पूर्ण पारदर्शिता से सम्पन्न हुई है। इसमें किसी तरह का कोई विवाद नहीं हुआ। प्रापर्टी के कागज मिलने से अब बैंक से ऋण भी मिल सकेगा। गांव से चौखम्भा, केदारनाथ जी की पर्वत शिखरों के दर्शन होते हैं और निकट ही प्रसिद्ध धार्मिक स्थल भी हैं। गांव के लोग प्रापर्टी कार्ड मिलने के बाद अपने घरों में होम स्टे बनाना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री ने बधाई देते हुए कहा कि वे उत्तराखण्ड के हिमालय क्षेत्र में काफी रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री सुरेश चंद्र भाग्यशाली हैं कि वे ऐसे स्थान पर रहते हैं जहां से पवित्र पर्वतों के दर्शन होते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि होम स्टे के फोटोग्राफ, कान्टेक्ट नम्बर सहित सारा विवरण वेबसाइट पर उपलब्ध हो ताकि पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को जानकारी मिल सके। इससे होम स्टे का काम बढ़िया तरीके से आगे बढ़ सकता है।

इस अवसर पर केंद्रीय पंचायत राज मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर,  मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, अरविंद पाण्डेय,  सहकारिता व उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा धन सिंह रावत उपस्थित थे। राजस्व विभाग द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा स्वामित्व योजना के डिजिटल शुभारंभ पर उत्तराखण्ड के 50 गाँव में 6800 व्यक्तियों को स्वामित्व अभिलेख वितरण किया गया। यह अभिलेख ड्रोन सर्वे के माध्यम से तैयार किए गए। सर्वे ऑफ इण्डिया एवं राजस्व विभाग की टीमों द्वारा अल्प  समय में काय॔ पूण॔ किया गया है।