बाबा माणिक नाथ की डोली का चंबा में भव्य स्वागत कर लोगों ने लिया आशीर्वाद

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चंबा में आज बाबा माणिक नाथ की डोली का भव्य स्वागत कर लोगों ने आशीर्वाद लिया, साथ ही प्रसाद के रूप में आयोजक समिति के मुख्य लखपत सिंह भंडारी नेगी एवं थौलधार ब्लाक के पूर्व जेष्ठ प्रमुख जसवीर भंडारी तथा समिति की ओर से गणमान्य व्यक्तियों को स्मृति चिन्ह तथा दुपट्टा भेंट कर सम्मानित किया गया।

श्रीगुरु माणिकनाथ जी की उत्सव मूर्ति (डोली) का किया भव्य स्वागत

आयोजकों द्वारा गणमान्य व्यक्तियों को भेंट किए जात प्रतीक चिन्ह

@कवि : सोमवारी लाल सकलानी ‘निशांत’

नाथ संप्रदाय से संबंधित बाल योगी श्रीगुरु माणिक नाथ जी की लोकजात डोली के चंबा पहुंचने पर स्थानीय नागरिकों और भक्तजनों ने भव्य स्वागत किया। गुरु महाराज नाथ जी डोली हरिद्वार से देहरादून स्थित प्राचीन काली मंदिर, दुर्गा मंदिर भानियावाला होते चंबा पहुंची जहां के स्थानीय नागरिकों और भक्त जनों ने डोली। अपराह्न नई टिहरी होकर सायंकाल महामंगलेश्वर मंदिर मगरों पहुंचेगी। रात को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा और प्रातः डोली पैदल श्रीगुरु माणिकनाथ गुफा में पहुंचेगी।

श्रीगुरु माणिकनाथ जी की उत्सव मूर्ति (डोली) का किया भव्य स्वागतश्रीगुरु माणिकनाथ सर्वजन कल्याण सेवा संस्थान, दिल्ली के सौजन्य से यह लोकजात आयोजित की जा रही है जो कि प्रतिवर्ष होती है। संस्थापक/ सचिव लखपत सिंह भंडारी (नेगी) के द्वारा आयोजन किया जाता है।

भंडारी परिवार के सदस्यों के साथ अनेक लोग सम्मिलित होते हैं। चंबा में पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख थौलधार जसवीर भंडारी स्वागत व्यवस्था करते हैं। लोकजात में ग्यारह गांव हिंदाव और अन्य जगहों की डोलियां भी मगरों में मिलती हैं।

मान्यता है कि यात्रा में सम्मिलित होने से दो दिन पूर्व से आहार- विहार का ध्यान रखना पड़ता है। तामसिक खानपान से परहेज करना पड़ता है।
नाथ संप्रदाय शिवजी को आदिनाथ के रूप में मानते हैं।

श्रीगुरु माणिकनाथ जी की उत्सव मूर्ति (डोली) का किया भव्य स्वागतउसी परंपरा में मच्छिंद्रनाथ, गुरु गोरखनाथ, पृथ्वीनाथ, चौरंगीनाथ, गरीबनाथ आदि प्रसिद्ध नौ नाथ तथा 84 सिद्ध हुये। हिंदू सनातन परंपरा में समन्वय का भाव जागृत किया। मंत्र- तंत्र,साधना, घटस्थापन आदि की परंपरा है। गोरक्षपीठ के गुरु अवैद्यनाथ, गुरु आदित्यनाथ इसी परंपरा से संबंधित हैं।

चंबा स्वागत करने वालों में पूर्व राज्यमंत्री अतर सिंह तोमर, पूर्व प्रमुख सोबन सिंह नेगी, कवि सोमवारी लाल सकलानी, पूर्व जेष्ठ प्रमुख जसवीर सिंह भंडारी, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख साब सिंह सज्वाण, सभासद शक्ति जोशी, बब्बू रमोला, शिव प्रसाद उनियाल, दिनेश भंडारी, मनवीर भंडारी, आनंद सिंह मखलोगा, दिगपाल सज्वाण आदि बड़ी संख्या में चंबा और आसपास के गांवों के लोग उपस्थित रहे तथा माणिकनाथ जी का आशीर्वाद लिया। आयोजकों के द्वारा गणमान्य व्यक्तियों को जात प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया और धार्मिक कार्यक्रम में सहभागिता के लिए स्थानीय जनता का आभार व्यक्त किया।

श्रीगुरु माणिकनाथ धाम के पुजारी भंडारी हैं। प्रसिद्ध कालू भंडारी और उनके पुत्र अप्रतिम वीर माधोसिंह भंडारी के कुलदेवता होने के कारण भंडारी वंश का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आज भी मलेथा के सेरों की धान रोपाई से पूर्व माणिकनाथ जी का रोट काटा जाता है तथा हर संक्रांति को गुफा में रोट पर चढ़ाया जाता है।

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