गजा क्षेत्र में दो गुलदारों के दिखाई देने से जंगल से घास लाने वाली महिलाओं व पशु चराने वाले लोगों में दहशत है।
[su_highlight background=”#880e09″ color=”#ffffff”]सरहद का साक्षी @गजा से डी. पी. उनियाल,[/su_highlight]
गौंसारी गांव की महिलाओं तथा अन्य लोगों ने प्रभागीय वनाधिकारी तथा प्रशासन को दिये गये पत्र में कहा है कि गजा से एक किलोमीटर आगे खाड़ी सड़क पर शाम के समय दो गुलदारों के दिखाई देने से जंगल से घास चारा पत्ती लाने के लिए नहीं जा पा रहे हैं तथा बकरी, गाय, बैल भी जंगल ले जाने में भय है।
उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिनों पहले बेरनी गांव में एक बृद्धा तथा पसर गांव में एक अधेड़ व्यक्ति को गुलदार अपना निवाला बना चुका है उसके बाद दो गुलदारों के दिखाई देने से भय का माहौल है। कभी भी घास लाने वाली महिलाओं पर गुलदार हमला कर सकते हैं । इसलिए वन विभाग पिंजरा लगा कर पकड़ने की कोशिश करें।
गौंसारी गांव के निवर्तमान प्रधान मान सिंह चौहान ने कहा कि बेरनी व पसर में हुई घटनाओं से लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। महिलाओं ने डर के कारण जंगल में जाना बंद कर दिया है जिसके कारण पशुओं के लिए घास की समस्या हो गई है महिलाओं ने तहसीलदार गजा को भी सूचना दी है।
पत्र पर श्रीमति प्रीति देबी, प्यारा देबी, सीता देबी, कौलदेई, आशा देबी, रंजना सहित दर्जनों महिलाओं के हस्ताक्षर हैं ।
रानीचौरी: दूसरी ओर Ranichauri के ग्राम सभा जगधार में गुलदार का आतंक ग्रामीणों में दहसत, गुलदार को भगाने के लिए ग्रामीणों ने शोर किया और पटाखे जलाए। ग्रामीणों से सतर्कता बरतने का आग्रह किया गया है।