NSS शिविर में राजकीय महाविद्यालय देहरादून शहर के छात्र छात्राओं ने सीखे आत्मरक्षा के गुर

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NSS शिविर में राजकीय महाविद्यालय देहरादून शहर के छात्र छात्राओं ने सीखे आत्मरक्षा के गुर
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NSS शिविर राजकीय महाविद्यालय देहरादून शहर

NSS शिविर में राजकीय महाविद्यालय देहरादून शहर के छात्र छात्राओं ने आत्मरक्षा के गुर सीखे।
NSS स्वयंसेवकों द्वारा प्रातः मंदिर प्रांगण की साफ सफाई की गई तत्पश्चात स्वयंसेवकों द्वारा लक्ष्य गीत गाया गया।

तत्पश्चात सभी स्वयंसेवी कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदर्शन में अभिग्रहीत मलिन बस्ती में गई, मलिन बस्ती में जाकर स्वयंसेवकों ने सभी परिवारों से एवं बच्चों से वार्तालाप करके उनकी समस्याओं की जानकारी प्राप्त की और साथ ही साथ उन्हें सफाई एवं नशा मुक्ति के प्रति जागरूक भी किया।

मध्याह्न भोजन के बाद बौद्धिक सत्र प्रारंभ किया गया बौद्धिक सत्र में आयुष वर्मा बीएससी तृतीय वर्ष, एसआरटी कैंपस के एनएसएस के स्वयं सेवी ने छात्र छात्राओं को NSS और एनसीसी में अंतर समझाया।

उन्होंने छात्र-छात्राओं के मध्य NSS स्वयंसेवी के रूप में अपने अनुभवों को साझा किया उन्होंने स्वयंसेवियों को बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के तीन प्रकार के शिविर होते हैं अन्तर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय।

आयुष ने बताया कि  पर्यावरण पर जो खतरा है वह माइक्रोप्लस्टि का  उन्होंने कहा  कि माइक्रोप्लास्टिक पौधों के जरिए हमारे शरीर के अंदर प्रवेश करता है।  यह हमारे वातावरण को भी नुकसान पहुंचाता है।

माइक्रो प्लास्टिक के खतरे से पर्यावरण को बचाने के लिए आयुष का हेवल नदी पर  प्रोजेक्ट भी चल रहा है । स्वयंसेवकों अन्य विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों से संबंधित जानकारियां प्राप्त की।

मध्याह्न भोजन के पश्चात द्वितीय सत्र में डॉ अमित चमोली ने छात्र छात्राओं को आत्मरक्षा के गुण सिखाए जिनमें मुख्य रुप से सिंगल एवं डबल पंच शामिल थे साथ ही डॉ अमित ने छात्र-छात्राओं को सेल्फ डिफेंस के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दीं।

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