नवरात्रि में माँ भगवती की कृपा पात्रता के लिए किस दिन कौन सा भोग लगाएं, जानिए…!

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चैत्र नवरात्र:  कूष्माण्डा माता की पूजा-अर्चना से साधक को आध्यात्मिक बल के साथ शारीरिक बल भी प्राप्त होता है
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नवरात्रि में माँ भगवती की कृपा पात्रता के लिए किस दिन कौन सा भोग लगाएं। आज यह जानते हैं। साधक लोग अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए मां दुर्गा की पूजा अर्चना विविध प्रकार से करते हैं।

सरहद का साक्षी @ज्योतिषाचार्य श्री हर्षमणि बहुगुणा

अतः हम भी प्रयास करें कि मां से अपनी मुराद पूरी करने की प्रार्थना करते हुए अलग-अलग दिन अलग-अलग भोग प्रदान कर समर्पित भाव से सुन्दर फल की प्राप्ति करें।

तत्र तत्राऽर्थलाभश्च विजय: सार्वकामिक:। यं यं चिन्तयते कामं तं तं प्राप्नोति निश्चितम्।।
परमैश्वर्यमतुलं प्राप्स्यते भूतले पुमान्। निर्भयो जायते मर्त्य: संग्रामेष्वपराजित:।।

अतः यथा सम्भव प्रतिदिन नवरात्रि के नौ दिनों तक माँ को अलग-अलग भोग प्रदान करें मां की कृपा से सब कुछ प्राप्त होगा, यह मेरा विश्वास है।

1. प्रथम नवरात्रि पर मां को गाय का शुद्ध घी या फिर सफेद मिठाई अर्पित की जानी चाहिए।

2. दूसरे नवरात्रि के दिन मां को शक्कर का भोग लगाएं और भोग लगाने के बाद इसे घर में सभी सदस्यों को दें। इससे आयु में वृद्धि होती है।

3. तृतीय नवरात्रि के दिन दूध या दूध से बनी मिठाई, खीर का भोग मां को लगाएं एवं इसे ब्राह्मण को दान करें। इससे दुखों से मुक्ति होकर परम आनन्द की प्राप्ति होती है।

4. चतुर्थ नवरात्र के दिन मां भगवती को मालपुए का भोग लगाएं और ब्राह्मण को दान दें। इससे बुद्धि का विकास होने के साथ निर्णय लेने की शक्ति/ क्षमता बढ़ती है।

5 . नवरात्रि के पांचवें दिन मां को केले का नैवेद्य अर्पित करने से शरीर स्वस्थ रहता है।

6. नवरात्रि के छठे दिन मां को शहद का भोग लगाएं, इससे आकर्षण शक्ति में वृद्धि होती है।

7. सप्तमी के दिन मां को गुड़ का नैवेद्य अर्पित करने और इसे ब्राह्मण को दान करने से शोक से मुक्ति मिलती है एवं अचानक आने वाले संकटों से रक्षा भी होती है।

8. अष्टमी व नवमी के दिन मां को नारियल का भोग लगाएं और नारियल का दान करें। इससे संतान संबंधी परेशानियों से मुक्ति मिलती है।

जन: को जानीते जननि जपनीयं जपविधौ।