खेल महाकुंभ 2021: खेल छात्र -छात्राओं के शरीर, मन और भावनाओं के सर्वांगीण विकास के द्योतक हैं, खेलों में खेल भावना है जरूरी: सकलानी

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खेल महाकुंभ 2021: खेल छात्र -छात्राओं के शरीर, मन और भावनाओं के सर्वांगीण विकास के द्योतक हैं, खेलों में खेल भावना है जरूरी: सकलानी
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उत्तराखंड खेल महाकुंभ 2021 के अंतर्गत ब्लॉक स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं के अंतर्गत आज दूसरे दिन अटल आदर्श उत्कृष्ट श्री देव सुमन राजकीय इंटर कॉलेज चंबा में प्रतियोगिताएं गतिमान हैं।

[su_highlight background=”#091688″ color=”#ffffff”]सरहद का साक्षी, चम्बा[/su_highlight]

शिक्षा खेल पंचायती राज और युवा कल्याण विभाग के समन्वित कार्यक्रम के अंतर्गत इन प्रतियोगिताओं को संपन्न करवाया जा रहा है जिस का संचालन ब्लॉक युवा कल्याण अधिकारी सुरेश गुसाईं की देखरेख में हो रहा है। आज एथलेटिक्स, लंबी कूद, गोला फेंक, चक्का फेंक, भाला फेंक, कबड्डी, वालीबाल और खो-खो की अंडर-17  विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं।

प्रातः 10:00 बजे से कालेज प्रांगण में विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिताएं शुरू हो चुकी हैं। प्रथम चरण में 100 मीटर और 15 मीटर की दौड़ों का आयोजन हुआ। जिसमें 100 मीटर बालकों की प्रतियोगिता में यश पंवार चंबा, नितिन कोठारी नई टिहरी (कान्वेंट स्कूल) और सुमित नकोटी नागदेव पथल्ड ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया।

इसी वर्ग की बालिकाओं की प्रतियोगिता में राजकीय इंटर कॉलेज  नागदेव पथल्ड की छात्रा कु. कामना ने प्रथम स्थान, कु. ऐश्वर्या नई टिहरी की छात्रा ने द्वितीय स्थान और रा इ का बनाली की छात्रा कु. सारिका ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। 1500 मीटर के दौड़ में रवि डबराल रा इ का ठांगधार  प्रथम, शुभम रा इ का गजा और गौरव रा इ का रानीचौरी ने क्रमशः प्रथम,द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया। बालिका वर्ग में राइका नागदेव पथल्ड की कु. प्रियंका और कु.आरती क्रमश: प्रथम,द्वितीय और कार्मेल स्कूल चंबा की छात्रा कु.काजल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।अन्य प्रतियोगिताएं भी प्रांगण में गतिमान हैं।

आज के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में साहित्यकार सोमवारी लाल सकलानी, निशांत तथा पूर्व सैनिक संगठन के संरक्षक इंद्र सिंह नेगी मौजूद थे। उनके हाथों विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कार प्रदान करवाया गया। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा गया कि कोरोना संकट के बाद पहली बार इस प्रकार की चहल-पहल शुरू हुई है और महामारी के कारण दो साल के गतिरोध के बाद आउटडोर प्रतियोगिता का होना लाजमी था। उन्होंने प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खेलों में हार-जीत का उतना महत्व नहीं है जितना कि प्रतिभाग करने का है। खेल भावनाओं के द्वारा हमारे अंदर सहनशीलता, अनुशासन, समर्पण तथा टीम भावना का विकास होता है जो कि समाज हित और राष्ट्र हित में भी सर्वोपरि है। कहा कि खेल व्यक्ति के जीवन में व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। व्यक्ति के स्वास्थ्य, योग्यता और अभिरुचि की भी परख खेलों के द्वारा होती है।

खेलों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि अपने जीवन का अधिकांश हिस्सा उन्होंने अध्यापक के रूप में व्यतीत किया और सदैव ही खेलों के प्रति भावना रही है। छात्र जीवन में स्वयं भी खिलाड़ी के रूप में प्रतिभाग किया जिसकी यादें यदाकदा तरोताजा हो जाती हैं। अनुभव आज भी छात्रोपयोगी और समाजोपयोगी बन जाता है। खेल छात्र- छात्राओं के शरीर, मन और भावना के अलावा उसके सर्वांगीण विकास में सहायक होते हैं।

कार्यक्रम के समन्वयक विकासखंड युवा कल्याण अधिकारी सुरेश गुसाईं ने अतिथियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर विकासखंड के विभिन्न विद्यालयों से आए हुए छात्र-छात्राओं के अलावा राजकीय विद्यालयों के व्यायाम शिक्षक उपस्थित थे। इस मौके पर उदघोषक राकेश बहुगुणा, निर्णायक यशपाल रावत, चंडी प्रसाद भद्री  राजकीय शिक्षक संघ के मंडलीय अध्यक्ष रविंद्र राणा आदि मौजूद रहे।