चम्बा में होटल मैनेजमेंट और प्रबंधन के छात्रों के द्वारा किया गया गढवाली व्यंंजनों का प्रयोगात्मक कार्य
द विजन सोसाइटी ऑफ होटल मैनेजमेंट के प्रशिक्षुओं ने प्रयोगात्मक कार्य में बनाये लजीज गढवाली व्यंजन
मिलेट और स्थानीय उत्पादों का किया उपयोग, नवाचार हुईं सराहना
चम्बा @कवि सो.ला.सकलानी ‘निशांत’ : नेहरू युवा केंद्र टिहरी गढ़वाल और द विज़न इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट चंबा के संयुक्त प्रयास से आज चम्बा में होटल मैनेजमेंट और प्रबंधन के छात्रों के द्वारा गढवाली व्यंंजनों का प्रयोगात्मक कार्य किया गया।
आजादी के अमृत महोत्सव और G-20 समिट के तत्वावधान में नेहरू युवा केंद्र के द्वारा 18 मई से 4 जून तक एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें शपथ, वृक्षारोपण, स्वास्थ्य और सेहत, मिलेट, मोटा अन्न, सेमिनार, गोष्टी, स्वच्छता, श्रमदान, वॉल पेंटिंग आदि कार्य करवाए गये थे।
इसी परिप्रेक्ष्य में आज आयोजकों के द्वारा द होटल मैनेजमेंट के 50 छात्रों के बैच का कोर्स कंपलीशन होने के मौके पर गढ़वाली व्यंजनों का प्रैक्टिकल कराया गया। जिसमें गहथ का सूप, बेसन की कढ़ी- कोफ्ता, मंडुवे की रोटी, फ्राई मट्ठा मेहमानों को परोसी गयी। प्रशिक्षुओं को गढ़वाली व्यंजन बनाने और परोसने का प्रशिक्षण, होटल मैनेजमेंट के द्वारा दिया गया। जिसका आज प्रैक्टिकल था। अनेक लजीज व्यंजन मोटे अनाजों (मिलेट) और गढ़वाल में उत्पन्न होने वाली वस्तुओं से बनाए गए। यह एक प्रकार का नवाचार है और पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ते हुए पर्यटन उद्योग के लिए या वरदान साबित होगा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर हेमंत बिष्ट ने हॉस्पिटैलिटी के बारे में छात्रों को अनेक टिप्स दिए।
कहा कि द विजन होटल मैनेजमेंट संस्थान के छात्रों का स्टार होटलों में प्लेसमेंट होता है जो कि गौरव की बात है। यह संस्थान से शतप्रतिशत छात्र देश और विदेश में खूब ख्याति प्राप्त कर रहे हैं। आवश्यकता है कि अपने कार्य के प्रति विशेषज्ञता होनी जरूरी है।
विशिष्ट अतिथि साहित्यकार सोमवारी लाल सकलानी ‘निशांत’ ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ते हुए पर्यटन उद्योग को देखते हुए प्रशिक्षण प्राप्त छात्र जहां एक ओर देश-विदेश के होटल्स में रोजगार प्राप्त कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अपने पर्वतीय क्षेत्रों में भी बेहतर कर सकते हैं।
चंबा मसूरी फल पट्टी का उदाहरण पेश करते हुए उन्होंने कहा कि आज बड़े-बड़े होटल यहां बन चुके हैं। स्थानीय लोगों का भी इस ओर रुझान बढ़ा है। प्रशिक्षण प्राप्त छात्र लोकल स्तर पर भी अच्छा कार्य कर सकते हैं और अपना निजी व्यवसाय भी जमा सकते है।
द विजन सोसाइटी ऑफ होटल मैनेजमेंट के निदेशक प्रदीप कोठारी ने अपने इंस्टिट्यूट की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि आज अनेक छात्र पाश्चात्य देशों, खाड़ी और ओपेेक देशों तथा स्टार होटलों में रोजगार में है। संस्थान छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण देने की पूरी कोशिश करता है और निर्धारित लक्ष्य के अनुसार ही कार्य किया जाता है।
नेहरू युवा केंद्र के युवा अधिकारी अविनाश सिंह और परियोजना अधिकारी अरुण उनियाल ने छात्रों को शुभकामनाएं प्रदान की। इस अवसर पर डीबीआईटी देहरादून के उप प्रबंधक मनोज पंवार भी उपस्थित थे।