एक पंथ दो काज, चरितार्थ हुई कहावत: नशा मुक्ति अभियान व प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ.अतुल शर्मा जी से भेंट

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    एक पंथ दो काज, चरितार्थ हुई कहावत: नशा मुक्ति अभियान व प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ.अतुल शर्मा जी से भेंट
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    आज अपनी स्वरचित काव्य कृति (धरा के गीत) की प्रतियां कुछ अन्य गणमान्य व्यक्तियों को प्रस्तुत की। प्रख्यात कवि और साहित्यकार डॉ अतुल शर्मा और डॉक्टर रंजना शर्मा जी से भेंट हो गई। उन्हें भी अपनी काव्य कृति भेंट करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

    सरहद का साक्षी @कवि: सोमवारी लाल सकलानी ‘निशांत’

    डॉक्टर अतुल शर्मा किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और कवि स्वर्गीय प्रेम शर्मा जी के पुत्र हैं। जिनकी श्री देव सुमन जी पर कालजई कविताएं हैं ( जैसे- ऐ भारत के मैकस्वनी, तुम्हे शत:-शत: प्रणाम)।

    कुछ समय पूर्व हिमालय सेवा संघ और जन जागृति संस्थान  के सहयोग से “जल -जागर “नाम की एक पुस्तक  प्रकाशित की गई थी। उस काव्य कृति में  मेरी और डॉक्टर अतुल शर्मा जी की भी 12-12 कविताएं प्रकाशित हैं।

    जन जागृति संस्थान के संस्थापक स्वर्गीय प्रताप शिखर जी की धर्मपत्नी और वर्तमान अध्यक्ष अरण्य रंजन जी की माता स्वर्गीय दुलारी देवी जी के देहावसान के कारण आज उनके घर सांत्वना देने तथा पुण्य आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करने, पूर्व सैनिक संगठन के संरक्षक श्री इंदर सिंह नेगी जी के साथ गया। इस अवसर पर डॉ शर्मा, ब्लाक प्रमुख नरेंद्र नगर -श्री राजेंद्र भंडारी, डॉक्टर के. एस.असवाल जी आदि से भी भेंट हो गई।

    इसके अलावा नगर क्षेत्र चंबा के थानाध्यक्ष पंकज देवरानी जी के नेतृत्व में नशा मुक्ति के लिए रैली का आयोजन किया गया। उनके आमंत्रण पर रैली में सम्मिलित हुआ और उन्हें भी अपनी पुस्तक भेंट की।

    राष्ट्रीय नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत नगर क्षेत्र चंबा में जन जागरूकता हेतु रैली निकाली गई। इस अवसर पर बीआईएचएम के छात्रों, जनप्रतिनिधियों, पुलिस प्रशासन के सुरक्षाकर्मियों, जागरूक व्यक्तियों, व्यापारियों, समाजसेवियों और जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। मुझे भी नशे के यह विरुद्ध  इस अभियान में जनता को संबोधित करने/ जागरूक करने का अवसर प्राप्त हुआ।

    रैली का संचालन थानाध्यक्ष चंबा, पंकज देवरानी, सभासद शक्ति जोशी, सभासद रघुवीर सिंह रावत, अंकित सज्वाण, टैक्सी यूनियन के उत्तम सिंह, विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष सुरम तोपपाल आदि ने किया।

    “एक पंथ-दो काज” वाली कहावत चरितार्थ हो गई। एक ओर नशा मुक्ति अभियान का हिस्सा बना, दूसरी तरफ लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉक्टर अतुल शर्मा जी से भी भेंट हो गई।