मोबाइल पर गेम खेलने की लत कहीं बुझा न दे घर का चिराग  

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    मोबाइल पर गेम खेलने की लत कहीं बुझा न दे घर का चिराग
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    [su_highlight background=”#880930″ color=”#ffffff”]सरहद का साक्षी, हरिद्वार:[/su_highlight]वैश्विक महामारी कोरोना के आगाज से पूर्व अधिकांश बच्चे अपने विद्यालयी काम-काज में व्यस्त रहते थे, मगर कोरोना ने जहां एक ओर पूरे विश्व को झकझोर कर रख दिया वहीं राष्ट्र के भावी कर्णधार कहलाने वाले हमारे जिगर के टुकड़ों का कोरोना काल के दौरान ऑनलाईन पढ़ाई के नाम पर मोबाइल गेम के प्रति ज्यादा रुझान गया है। जो इन भावी कर्णधारों के भविष्य को लेकर चिन्तनीय विषय है।

    कोरोना काल के दौरान एकान्तवास और पढ़ाई को लेकर ऑनलाईन रहना, इस आदत ने बच्चों का रुझान मोबाइल गेम की तरफ ज्यादा गया है। ऑनलाईन पढ़ाई को लेकर अभिभावकों का ध्यान भी बच्चों के मोबाइल गेम के प्रति झुकाव और मोबाइल गेम से होने वाले नुकसान की ओर भी नहीं गया होगा, जिस कारण आज सर्वाधिक बच्चों के पास मोबाइल हैं और उन्हें मोबाइल गेम की लत भी पड़ चुकी है।

    आज स्थिति यहां तक पहंुच चुकी है, स्कूली बच्चे घर और स्कूलों में कम और सड़कों व गली-गलियारों में देर-सबेर बैठे देखे जा सकते हैं। घर में रहें भी तो एकान्तवास ही उनका ठिकाना होता है। एकान्तवास ने बच्चों में एकाग्रता को प्रोत्साहित किया मगर वह एकाग्रता मोबाइल गेम ने छीन ली।

    इस मोबाइल गेम की लत ने गत शनिवार को रुड़की के गंगनहर निवासी ललित बजाज के घर का चिराग बुझा दिया। घटना के अनुसार रुड़की के गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के नेहरू स्टेडियम के पास ललित बजाज का पुत्र सुजल बजाज (15) शनिवार देर रात फोन लेकर छत पर गया था। छत पर पहुंच कर सुजल ने फोन में ऑनलाइन गेम खेलना शुरू दिया। बताया जा रहा है कि इस बीच सुजल का छत पर संतुलन बिगड़ गया और वह तीसरी मंजिल से सीधा सड़क पर आ गिरा।  मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेल रहे 15 वर्षीय किशोर की तीसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई। हादसा होता देख क्षेत्र में कोहराम मच गया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

    इस घटना ने सबकी रुहें कांप जाना स्वाभाविक है। किसी के साथ भी ऐसी घटनाएं घटित हो सकती हैं, इसलिए आज हमंे आवश्यकता इस बात की है कि ऐसी घटनाओं से हम सबक लेकर अपने जिगर के टुकड़ों को मोबाइल गेम की लत से दूर रखें। बच्चों को मोबाइल गेम से होने वाले नुकसान से अवगत करवायें।