राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में विद्या भारती द्वारा जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन

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राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में विद्या भारती द्वारा जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
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सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज उनियाल सारी (चंबा, टिहरी गढ़वाल) में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में आयोजित जनपद स्तरीय आचार्य/ प्रधानाचार्य प्रशिक्षण कार्यशाला में जनपद के विभिन्न विद्या भारती से संबंधित विद्यालयों के आचार्य और प्रधानाचार्यों ने प्रतिभाग किया है।

[su_highlight background=”#091688″ color=”#ffffff”]सरहद का साक्षी @कवि:सोमवारी लाल सकलानी, निशांत[/su_highlight]

कार्यशाला में प्रशिक्षण के  निर्धारित बिंदुवार विषयों पर चर्चा की गई। नई शिक्षा नीति के अनुरूप इस प्रशिक्षण कार्यशाला में आचार्य और प्रधानाचार्य निर्धारित बिंदुओं पर प्रेजेंटेशन देंगे। वैल्यू एजुकेशन (गुणवत्तापरक शिक्षा) आर्ट इंटीग्रेटेड लर्निंग, संबोध आधारित लर्निंग, खेल खिलौने आधारित, अनुभव आधारित, कौशल आधारित विकास, आनंदम, इक्कीसवीं शताब्दी के अनुरूप कौशल विकास, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी, एलीमेंट्री चाइल्डहुड चिल्ड्रन एजुकेशन आदि बिंदुओं पर उपस्थित आचार्य और प्रधानाचार्य अपना प्रेजेंटेशन देंगे। जिसकी फीडबैक ली जाएगी तथा  विश्लेषण के बाद संबंधित आचार्य और प्रधानाचार्य अपने विद्यालयों में प्रशिक्षण के अनुरूप बच्चों को सिखाएंगे।

उद्घाटन सत्र में संयोजक/ प्रधानाचार्य इंद्रपाल सिंह परमार ने अपने विशद अनुभव के आधार पर आचार्यों और प्रधानाचार्यों को प्रशिक्षण के अनुरूप सुझाव दिए। 50 से अधिक आचार्यों/ प्रधानाचार्यों का यह प्रशिक्षण पूर्व निर्धारित है। ठहरने की व्यवस्था विद्यालय में ही की गई है। विद्यालय के आचार्यों को व्यवस्था की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।

आज के प्रशिक्षण में अनेक आचार्य और प्रधानाचार्यों  में कुछ मेरे पूर्व छात्र भी हैं तथा कुछ सहपाठियों और परिचितों से भी भेंट हुई। मैं कार्यशाला की सफलता की कामना करता हूं तथा आयोजकों का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने इस कार्यशाला में कवि:सोमवारी लाल सकलानी, निशांत को अतिथि वक्ता के रूप में  सम्मान प्रदान किया गया।