तीन दिन से हो रही भारी बारिश के कारण किसानों द्वारा फसलें तबाह हो गई है, जिस तरह से भारी बारिश के कारण किसानों की फसलों बर्बाद हुई है उसको देखकर तो ऐसा प्रतीत होता है कि मानों किसानों को अपनी लागत भी मिलनी मुश्किल है किसानों का अपने परिवार का भरण-पोषण का एकमात्र सहारा उसकी फसल होती है तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कहर से किसानों की फसलों तबाह कर दी है, जिससे आज पूरे उत्तराखंड किसानों पर बहुत बड़ा बारिश का संकट छा गया है।
उत्तराखंड में भाजपा सरकार ने छ फरवरी 2017 अखबारों में छपे अपने घोषणा पत्र में बड़ा बड़ा लिखा था कि यदि हमारी सरकार बनी तो किसानों को फसलों के नुक्सान पर किसानों कि कर्ज माफ किया जाएगा एक तो किसानों भाई तीन कृषि कानून से परेशान हैं।
दूसरी तरफ बारिश से उत्तराखंड में भाजपा के चार साल बीत जाने के बाद भी सब बिल्कुल झूठा साबित हुआ हैै। भाजपा सरकार निकम्मी सरकार किसानों के प्रति वाह-वाही साबित हुई है। उत्तराखंड की जनता अब भाजपा सरकार को 2022 विधानसभा चुनाव में सबक सिखाऐगीी।