स्वच्छता हमारी सभ्यता का प्रतीक है। इसी में हमारा मोक्ष छुपा है। स्वच्छता हमारे स्वास्थ और प्रसन्नता का भी राज है।
सरहद का साक्षी, @कवि: सोमवारी लाल सकलानी, निशांत
स्वच्छता एक नैतिक आदत है। यह हमें स्वस्थ, प्रसन्न और सुखी जीवन के जीने के लिए प्रेरणा देती है। सुंदरता सदा सदा के लिए आनंद का कारण होती है। स्वच्छता और सुंदरता को प्राप्त करना मनुष्य का एक नैसर्गिक गुण है।
हमें अपने मनुष्य होने पर गर्व है क्योंकि हमारे अंदर मनुष्यता है। इंसानियत है। व्यक्तित्व है। सबसे बड़ी बात यह है कि हम जगत के प्राणियों में सबसे अधिक विवेकशील है।
आइए! हम सब स्वच्छता में भागीदारी निभाएं। स्वच्छता के अलख जगाएं। अपने गांव और शहर को आकर्षक बनाएं। कूड़ा करकट, वेस्ट पदार्थ, नियोजित स्थान में ही रखें। जैविक-अजैविक कूड़े का ध्यान रखें। कूड़ा एकत्रित कर कूड़ा वाहन या संबंधित कर्मचारी को ही सौंपे। पॉलिथीन का प्रयोग बिल्कुल ना करें।
पॉलिथीन और प्लास्टिक प्रोडक्ट को कभी जलाएं नहीं। ऐसे कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है जो कि स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक होती है और अनेकों रोगों को उत्पन्न करती है। ध्यान रहे कि कूड़े को इधर-उधर फेंकने, बिखेरने, पॉलिथीन और प्लास्टिक को जलाना महंगा पड़ सकता है। पकड़े जाने पर रुपये 5000/ तक का जुर्माना किया जा सकता है। जैविक पदार्थों का ही उपयोग करें। अखबार/ कागज की थैलियों, सूती वस्त्र के झोलों का ही उपयोग करें।
*(स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर)
नगर पालिका परिषद चंबा, टिहरी गढ़वाल।
स्वच्छता हमारी सभ्यता का प्रतीक है। इसी में हमारा मोक्ष छुपा है। स्वच्छता हमारे स्वास्थ और प्रसन्नता का भी राज है।
सरहद का साक्षी, @कवि: सोमवारी लाल सकलानी, निशांत
स्वच्छता एक नैतिक आदत है। यह हमें स्वस्थ, प्रसन्न और सुखी जीवन के जीने के लिए प्रेरणा देती है। सुंदरता सदा सदा के लिए आनंद का कारण होती है। स्वच्छता और सुंदरता को प्राप्त करना मनुष्य का एक नैसर्गिक गुण है।
हमें अपने मनुष्य होने पर गर्व है क्योंकि हमारे अंदर मनुष्यता है। इंसानियत है। व्यक्तित्व है। सबसे बड़ी बात यह है कि हम जगत के प्राणियों में सबसे अधिक विवेकशील है।
आइए! हम सब स्वच्छता में भागीदारी निभाएं। स्वच्छता के अलख जगाएं। अपने गांव और शहर को आकर्षक बनाएं। कूड़ा करकट, वेस्ट पदार्थ, नियोजित स्थान में ही रखें। जैविक-अजैविक कूड़े का ध्यान रखें। कूड़ा एकत्रित कर कूड़ा वाहन या संबंधित कर्मचारी को ही सौंपे। पॉलिथीन का प्रयोग बिल्कुल ना करें।
पॉलिथीन और प्लास्टिक प्रोडक्ट को कभी जलाएं नहीं। ऐसे कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है जो कि स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक होती है और अनेकों रोगों को उत्पन्न करती है। ध्यान रहे कि कूड़े को इधर-उधर फेंकने, बिखेरने, पॉलिथीन और प्लास्टिक को जलाना महंगा पड़ सकता है। पकड़े जाने पर रुपये 5000/ तक का जुर्माना किया जा सकता है। जैविक पदार्थों का ही उपयोग करें। अखबार/ कागज की थैलियों, सूती वस्त्र के झोलों का ही उपयोग करें।
*(स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर)
नगर पालिका परिषद चंबा, टिहरी गढ़वाल।