शादी में काकटेल के बजाय सुंदरकांड पाठ आयोजित कर संस्कृति को बचाने की मुहिम

197
यहाँ क्लिक कर पोस्ट सुनें

मेंहदी में शराब नहीं, संस्कृति व संस्कारों की मुहिम

नरेन्द्रनगर प्रखंड के ग्राम मैधार क्वीली के जगत सिंह असवाल ने अपनी बेटी सुमन की शादी में मेंहदी रस्म में काकटेल के बजाय सुंदरकांड पाठ आयोजित कर संस्कृति को बचाने की मुहिम शुरू की। मेंहदी रस्म में आये मेहमानों को मिठाई व शाकाहारी भोजन कराया गया। मैधार गांव निवासियों तथा मेहमानों ने श्रीमति सम्मी असवाल व जगत सिंह असवाल को बधाई दी है।

बजरंगी स्वाभिमान सेवा समिति के संस्थापक जगत सिंह असवाल ने शादी के कार्ड पर संदेश दिया कि आने वाली पीढ़ी का भविष्य हमारे हाथों में है, अतः शराब न खुद पिएं तथा न दूसरों को पिलायें। जगत सिंह असवाल के संस्कारों को बचाने तथा कुरीतियों को दूर करने की कोशिश करने पर मैत्री स्वयं सेवी संस्था शामपुर ऋषिकेश की अध्यक्ष श्रीमती कुसुम जोशी तथा प्रगतिशील जन विकास संगठन गजा के अध्यक्ष दिनेश प्रसाद उनियाल ने उन्हें बधाई दी तथा सम्मान पत्र दिया।

बजरंगी स्वाभिमान सेवा समिति के जोत सिंह असवाल, डा. मुकेश थपलियाल तथा मंडी समिति नरेन्द्र नगर के अध्यक्ष बीर सिंह रावत ने जगत सिंह असवाल के संस्कारों की मुहिम की सराहना की है। बजरंगी स्वाभिमान सेवा समिति क्षेत्र में स्वच्छता अभियान, बृक्षारोपण व नशा मुक्त अभियान चलाती है।