महिला सशक्तिकरण विषय पर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में संगोष्ठी आयोजित

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महिला सशक्तिकरण विषय पर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में संगोष्ठी आयोजित
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महिला सशक्तिकरण विषय पर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में संगोष्ठी

महिला सशक्तिकरण विषय पर अनुसूया प्रसाद बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि रुद्रप्रयाग में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में राजनीतिक विज्ञान विभाग एवं संस्कृत विभाग द्वारा संयुक्त रूप से एक संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें मुख्य अतिथि महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. पुष्पा नेगी द्वारा महिला सशक्तिकरण विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने स्त्री और पुरुष की समानता पर बल देते हुए कहा कि दोनों स्त्री-पुरुष बाद में है पहले तो मनुष्य है इसलिए दोनों में मानवता का गुण होना आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि महिलाओं को समाज के उत्थान के लिए विभिन्न चुनौतियो को स्वीकार करना चाहिए क्योंकि महिला सशक्तिकरण की पहली शुरुआत चुनौतियों को स्वीकार करना ही है।

राजनीति विज्ञान के विभाग प्रभारी डॉ. दलीप सिंह बिष्ट द्वारा महिला सशक्तिकरण के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं को नशा उन्नमूलन में भी बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए, क्योकि नशा का सबसे अधिक प्रभाव पहाड़ की महिलाओं की दिनचर्या पर पड़ी है। इसलिए महिलाओं को आगे आकर जनजागरूकता फैलाने चाहिए।

संस्कृत विभाग की प्राध्यापिका डॉ मनीषा सिंह द्वारा संस्कृत साहित्य में स्त्रियों का महत्व तथा उनकी स्थिति के विषय में व्याख्यान दिया गया।

संस्कृत विभाग की डॉ तनुजा मौर्य द्वारा स्त्रियों का व्यवहारिक जीवन तथा चुनौतियों के विषय में जानकारी दी गई। विश्वविद्यालय प्रतिनिधि संतोष त्रिवेदी तथा महाविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष गौरव भट्ट द्वारा भी इस अवसर पर महिलाओं का विभिन्न क्षेत्रों में योगदान के विषय में जानकारी दी गई।

इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार प्रकट किए गए तथा स्वरचित कविता पाठ तथा महिलाओं की स्थिति पर गढ़वाली गीत भी गाया गया।
कार्यक्रम का संचालन राजनीति विज्ञान विभाग की प्राध्यापिका डॉ आबिदा द्वारा किया गया।

इस अवसर पर महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ पूनम भूषण, डॉ ममता थपलियाल, डॉ शशिबाला पंवार, डॉ कृष्णा राणा, डॉ ममता भट्ट, डॉ रुचिका कटियार, डॉ दुर्गेश नोटियाल, डॉ सुनीता मिश्रा आदि शिक्षक एवं छात्र-छात्राये उपस्थित रहे।

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