नोटबंदी एक बड़ी आपदा थी दो हजार का नोट बंद कर केंद्र सरकार ने मानी गलती: राकेश राणा

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यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह का बयान मातृशक्ति का अपमान है: राकेश राणा
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नोटबंदी एक बड़ी आपदा थी दो हजार का नोट बंद कर केंद्र सरकार ने मानी गलती: राकेश राणा

जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा ने कहा नोटबंदी एक बड़ी आपदा थी दो हजार का नोट बंद कर केंद्र सरकार ने मानी गलती। कहा कि 8 नवंबर 2016 की नोटबंदी के केंद्र की भाजपा सरकार के तुगलकी फरमान के बाद पूरे देश के व्यवसायियों, देशवासियों और असंगठित क्षेत्र के लोगों को बर्बाद कर दिया था। दो हजार के नोटों का प्रचलन बंद करने को लेकर मोदी सरकार का फैसला स्वयं की गलती को जग जाहिर करना है।

नोटबंदी को कालाधन खत्म करने के वादे के साथ लाया गया था लेकिन यह वादा खोखला साबित हुआ , काला धन नहीं आया बेरोजगारी बड़ी, गरीबी आई और देश का अर्थतंत्र बहुत कमजोर हुआ आतंकवाद की कमर तोड़ने की बात करने वालों ने आज खुद उसी फैसले को वापस ले लिया गया है।

करोड़ों छोटे व्यापारियों का रोजगार खत्म हुआ नोटबंदी से न तो काले धन पर लगाम लगी और ना नहीं नकली नोटों के प्रचलन पर लगाम लगी।

मोदी सरकार ने ततसमय दो हजार के नोटों के खूब फायदे गिनाए थे और फिर आज अपने तुगलकी फरमान को वापस ले लिया है इससे स्पष्ट हो जाता है कि केंद्र सरकार ने बहुत बड़ी गलती की थी सरकार ने स्वयं ही अपने कदम पीछे खींच कर स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार के हर फैसले जनविरोधी फैसले हैं।

केंद्र के फैसले बड़े उद्योगपतियों के लिए लिए गए निर्णय हैं आज देश का प्रत्येक वर्ग परेशान है बेरोजगार नौजवान दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं बुजुर्ग लोग हताश और निराश हैं महंगाई सातवें आसमान पर लेकिन इन सब बातों से सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता है।

कर्नाटक चुनाव में करारी हार के बाद लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के फैसले लिए जा रहे हैं लेकिन 2024 में हिंदुस्तान की जनता केंद्र की भाजपा सरकार को सबक सिखाएगी।

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