राजकीय महाविद्यालय मजरा महादेव, पौड़ी (गढ़वाल) में ‘हिंदी दिवस’ के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य प्रो. के.सी. दुदपुड़ी ने राजभाषा हिंदी के महत्त्व को रेखांकित करते हुए कहा कि राजभाषा हिंदी ही देश को एक सूत्र में बांध सकती है।
सरहद का साक्षी, विक्रम सिंह रावत @पौड़ी
मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए अंग्रेजी के एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ. राकेश जोशी ने राजभाषा हिंदी के संबंध में विविध प्रावधानों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि किस तरह से भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 में देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी को भारत संघ की राजभाषा के रूप में अंगीकृत किया गया। उन्होंने राजभाषा के प्रचार-प्रसार के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी दी।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक समाजशास्त्र विभाग के आदित्य शर्मा, राजनीति शास्त्र विभाग के इंद्रपाल सिंह रावत, भूगोल विभाग के डॉ. दीपक कुमार आर्य, संस्कृत विभाग के डॉ. चंद्र बल्लभ नैनवाल और अर्थशास्त्र विभाग की डॉ. सुनीता गुसाईं भी उपस्थित रहे।