मजरा महादेव महाविद्यालय में उत्तराखंड का 23वां स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर के०सी० दुद पुरी द्वारा उत्तराखंड राज्य की स्थापना दिवस की बधाई देते हुए और उत्तराखंड राज्य की स्थापना में दिए गए।
सरहद का साक्षी, विक्रम सिंह रावत@पौड़ी
विभिन्न क्रांतिकारियों के महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करके किया गया। इसके उपरांत महाविद्यालय के हिंदी विभाग के प्राध्यापक प्रोफेसर सुरेश चंद्रा द्वारा उत्तराखंड राज्य के गठन के ऐतिहासिक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। समाजशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर श्री आदित्य शर्मा उत्तराखंड राज्य आंदोलन में महिलाओं और विद्यार्थियों के महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित किया।
राजनीति विज्ञान विभाग के श्री इंद्रपाल सिंह रावत ने उत्तराखंड राज्य के गठन को राजनीतिक दृष्टिकोण से छात्र-छात्राओं के समक्ष प्रस्तुत किया। महाविद्यालय परिवार के डॉ० दीपक कुमार ने उत्तराखंड राज्य की समस्याओं, क्षमताओं और वर्तमान परिपेक्ष में आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
डॉ० चंद्र बल्लभ नैनवाल ने उत्तराखंड राज्य और गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के वर्णन का उल्लेख विभिन्न पुराणों और वेदों के माध्यम से रेखांकित किया। इसके उपरांत छात्र-छात्राओं द्वारा उत्तराखंड राज्य के स्थापना दिवस को हर्षोल्लास द्वारा मनाया गया। विभिन्न सांस्कृतिक और लोग संस्कृति कार्यक्रम जैसे कि सरस्वती वंदना, गढ़वाली गीत, गढ़वाली लोक नृत्य और भाषण के माध्यम से छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम अपनी भागीदारी की।
महाविद्यालय परिवार की छात्रा सिमरन, सलोनी, अंबिका, मनीष, महेंद्र, रोहित और गीता ने विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया। महाविद्यालय परिवार के कनिष्ठ सहायक श्री उदयराम, विक्रम रावत, मनोज रावत, सुनील सिंह और वीरेंद्र सिंह ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर आदित्य शर्मा द्वारा किया गया।