मजरा महादेव पौड़ी में ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम के तहत ‘क्विज प्रतियोगिता’ व ‘व्याख्यान माला’ का आयोजन

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मजरा महादेव पौड़ी में 'स्वच्छता ही सेवा' कार्यक्रम के तहत 'क्विज प्रतियोगिता' व 'व्याख्यान माला' का आयोजन
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मजरा महादेव पौड़ी में ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम के तहत ‘क्विज प्रतियोगिता’ व ‘व्याख्यान माला’ का आयोजन

क्विज प्रतियोगिता में दीपा प्रथम, यशवंत द्वितीय व शिवानी ने हासिल किया तीसरा स्थान

पौड़ी, विक्रम सिंह रावत: मजरा महादेव पौड़ी में आज ‘राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन’ ‘जल शक्ति मंत्रालय’ भारत सरकार के तत्त्वाधान में नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत  ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम के तहत ‘क्विज प्रतियोगिता’ व ‘व्याख्यान माला’ का आयोजन किया गया।

राजकीय महाविद्यालय मजरा महादेव के प्राचार्य प्रो. के. सी. दुद्पुड़ी ने कहा कि ‘गंगा’ नदी को हम एक पवित्र नदी मानते हैं, लेकिन आज वही पवित्र गंगा नदी बढ़ते जल प्रदूषण के कारण अपवित्र हो गई है। जिसकी मुख्य और सबसे बड़ी वजह है हम इंसान। क्योंकि हम इंसानों के कारण ही आज गंगा नदी प्रदूषित हो गई है। जहां गंगा नदी के आसपास रहने वाले लोगों की संख्या इतनी ज्यादा है कि वहां के लोग हर तरह का कचरा इसी नदी में फेंक देते हैं। जिससे यह नदी अब पूरी तरह से प्रदूषित हो गई है। जिसमें सार्वजनिक शौचालय का कचरा, अस्पतालों का कचरा, नदी के किनारे नहाना और कपड़े धोना, कारखानों का कचरा शामिल है। जिससे उसका पूरा गंदा पानी इस नदी में जाता रहता है।

नमामि गंगे के प्रभारी डॉ. चन्द्र बल्लभ नैनवाल ने कहा कि गंगा सफाई अभियान को ध्यान में रखते हुए हम सभी को गंगा नदी के साथ-साथ अन्य नदियों और नालों में कूड़ा -कचरा नहीं डालना चाहिए। गंगा नदी की सफाई के प्रति लोगों को जागरूक करना चाहिए। जिससे सभी को पीने के लिए साफ और स्वच्छ जल प्राप्त हो सके और नदियों का जल साफ रह सके। जिससे जल प्रदूषण के कारण फैलने वाली बीमारियां न फैले एवं सभी देशवासी स्वच्छ और निरोगी रह सके। गंगा सफाई अभियान में अपना योगदान दे जिससे सरकार की इस योजना को सफल बनाया जा सके।

क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान दीपा (बी. ए. द्वितीय वर्ष) द्वितीय स्थान यशवंत (बी. ए. तृतीय सेमेस्टर) तृतीय स्थान शिवानी (बी. ए. तृतीय सेमेस्टर) रही।

महाविद्यालय के प्राध्यापकों में इंद्रपाल सिंह रावत, डॉ दीपक कुमार, डॉ प्रियंका भट्ट और डॉ. राकेश सिंह के साथ-साथ शिक्षणेतर कर्मचारी उदयराम पंत, वीरेन्द्र सिंह, मनोज रावत ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

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