नम आंखों से दी गयी युवा सतीश रावत को अंतिम विदाई

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    नम आंखों से दी गई सतीश रावत को अंतिम विदाई। छोटे भाई ने दी मुखाग्नि। चंबा और नई टिहरी से सैकड़ों लोग अंतिम संस्कार में हुए सम्मिलित। द्रौपति के डांडा ग्लेशियर की चपेट में आने से हुई थी मौत। कल शाम पहुंचा पार्थिव शरीर घर।

    हाल ही में उत्तरकाशी के द्रौपदी के डांडा ग्लेसियर की चपेट आने से प्रशिक्षु सतीश रावत कई दिन से लापता थे। रेस्क्यू ऑपरेशन के द्वारा उनके मृत शरीर को खोजा गया और कल शाम 3:30 बजे चंबा टिहरी गढ़वाल स्थित उनके निवास स्थान पर पार्थिव शरीर पहुंचा।

    आज कोटेश्वर घाट पर सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में 26 वर्षीय युवा सतीश रावत का अंतिम संस्कार किया गया और उन्हें नम आंखों से विदाई दी गई।

    मूल रूप से थन्यूल गांव (क्वीली)के निवासी श्री शूरवीर सिंह रावत के पुत्र सतीश अपने पिता का सहारा बनने का सपना लेकर नेहरू माउंटेनियरिंग संस्थान से पर्वतारोहण का प्रशिक्षण ले रहे थे। बेसिक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद एडवांस प्रशिक्षण के लिए नेहरू माउंटेनियरिंग संस्थान, उत्तरकाशी( द्रौपति का डांडा पर्वत में पर्वतारोहण का एडवांस प्रशिक्षण ले रहे थे। हाल ही में प्राकृतिक आपदा (एवलांच) के कारण उनका असामयिक निधन हो गया।

    सतीश रावत एक होनहार युवक थे। उनके अंदर कुछ करने की लगन और उत्सुकता थी। छोटी उम्र से ही वह साहसिक खेलों के प्रति अपना रुझान रखते थे। साथ ही अपने पिता की छोटी सी दुकान पर भी कार्य में हाथ बंटाते थे। कालेज रोड चंबा स्थित उनके आवास पर कल सांय से ही लोगों का तांता लग गया और व्यथित मन से नगर वासियों, ग्राम वासियों, नाते रिश्तेदारों और जान- पहचान के लोगों ने अत्यंत गमगीन माहौल में उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए। उनकी मृत्यु के कारण आज चंबा शहर भी दुख में डूबा रहा। दाह संस्कार में उनके परिजनों के अलावा बड़ी संस्था संख्या में युवा सतीश के सहपाठी, नगर के गणमान्य व्यक्ति, व्यापारी, विभिन्न गांवों से आए हुए लोग, पत्रकार आदि सम्मिलित हुए। पूर्व राज्य मंत्री अतर सिंह तोमर, पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष और वर्तमान संरक्षक इंद्र सिंह नेगी , पूर्व कमांडेंट धन सिंह नेगी, कवि सोमवारी लाल सकलानी’निशांत’, पूर्व कै0 आनंद सिंह नेगी,भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉक्टर प्रमोद उनियाल, भाजपा मंडल के अध्यक्ष संदीप रावत, अक्षत पवन बिजल्वाण आदि अंंतिम संस्कार मे उपस्थित रहे।

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