ख़ून से लिखा पीएम को खत, अंकिता भंडारी हत्याकांड पर न्याय की गुहार, अंकिता भंडारी हत्याकांड पर मुखर पिछले एक माह से लगातार संघर्षरत उक्रांद की प्रमिला रावत जो राज्य आंदोलनकारी और अधिवक्ता भी है।
कल अपने साथियों सहित रात भर सफर करके पीएम मोदी को एक खत देने (जो खून से लिखा था) सुबह 21अक्टूबर को अचानक बद्रीनाथ जा पहुँची,
लेकिन उन्हें साथियों सहित गिरफ्तार कर दिया गया,
जिनमें शकुन्तला रावत, राजेन्द्र गैरोला, रेनू , सरोजनी थपलियाल थे।
जब वे लोग धरने पर बैठ गये, तब जाकर वहाँ तहसीलदार पहुंचे और ख़ून से लिखा खत दिया गया।
प्रमिला रावत का कहना है कैसा दुर्भाग्यपूर्ण है जो उतराखण्ड में जनता को अपनी बात रखने के लिए संघर्ष करना पड रहा है। कहा कि अंकिता भंडारी प्रकरण में उचित न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा।